The Arts

नवाचार

By प्रीति वाघेला
 | 27 Nov 2020

'नवाचार' शब्द बहोत ही सामान्य लगता है लेकिन है नहीं....

आज एक साधारण पर अद्भुत नवाचार पर बात करुंगी जिसके संशोधन कर्ता है ??(shadow) सेडो।
परसो कई दिनों के बाद मे अपने घर गई थी, और घर से लोटते वक्त आज कुछ सामान लेकर आना था.. आज सुबह ही सामान का थैला तैयार कर के रख दिया था, ताकि कोई चीज छुटे नहीं।और देखा जाए तो सामान बहुत ज्यादा हो गया था। और फिर उपर से दीदी का मेसेज आया की कुछ और सामन लेकर आना है...तो तुरंत ही बाजार से सामान लेने जाना पडा और वो भी साथ लेना था तो  दुसरा बडा बेग लेना पडा। अरे ! रुको भईं... मे असली बात कर ही रही हु...मे अपनी और अपने सामान की बात इस लिए कर रही हू की जब सामान ज्यादा हो गया तो सोचा क्यों न ट्रोली वाली बेग मे ही एक साथ सब सामान भर लिया जाए।.....बस, यही बात से ही मेरी सोच शुरू हुई.... 

एक सामान्य बदलाव, जोकि कोई गौर भी नही करता लेकिन ये सामान्य नही होता।कुछ अलग, बडा और वो भी अच्छा करनेके लिए बदलाव करना आसान नहीं होता। नवाचार को महान बुद्धि या बडी बुद्धिमता की आवश्यकता नहीं होती.. इसके लिए तो बस  गहरा अवलोकन, जागरूकता और सादगी की आवश्यकता होती हैं।हा, सादगी...अजीब लगता है लेकिन हमेशा नवाचार एक सरल क्रम से ही संभव होता है।
जैसे कि देखा जाए तो पहले से ही लोग सामान के लिए सुटकेश का ही प्रयोग कर रहे है,और आज तक हम लोग भी कर रहे हैं।आप सब ने कुली फिल्म जरूर देखी होगी या कुली का काम तो पता ही होगा... फिल्म मे जब सारे कुली हडताल पर बेठ जाते हैं तो लोग अपना भारी सामान कैसे परेशान होकर उठा कर ले जाते हैं, पर  मैंने क्या किया.. सामान ज्यादा होने के कारण अपना बेग ही बदल दिया.. और मेरा काम आसान हो गया।
Wheel वाली Suitcase कहा जाए तो यह एक एसा आविष्कार है जिसने सामान को संभालने का पुराना तरीका ही बदल दिया।ये काफी हद तक कुली और रिक्शा के व्यवसाय को प्रभावित करता है.. सोचा जाए तो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुप से बदलती अर्थव्यवस्था मे इसका बडा योगदान हैं..।लेकिन यह आविष्कार सबसे सरल बात है जो लोग कर शकते थे...बहोत सरल लगने वाली इस बात ने मानव सभ्यता एवं सामानवहन करनेकी जो बात है और सैकड़ों लोग जो की इस समस्या से जूझ रहे थे उसका समाधान प्रस्तुत किया है।

भले ही कोई बडे वैज्ञानिक या इंजीनियर ने इसका समाधान न निकाला हो, तो कोई बात नही भले ही आज कोई इसके आविष्कार कर्ता को न पहचानता हो,तो कोई बात नही पर इससे ये नही कह सकते की ये साधारण बात है..
नवाचार का कोई एसा अर्थ नहीं कि कुछ अजीब या बडा ही हो...पर नवाचार का अर्थ है कठिन का सरल बन पाना। मगर कभी अगर कोई बात हमें सरल लगे तो इसका कतई ये मतलब नहीं की वो बात सामान्य हैं... तो छोटी छोटी बातो का समाधान ढुढते रहिये... इस ब्रह्मांड मे कभी भी कोई भी सामान्य या असामान्य व्यक्ति के हाथ कोई आविष्कार जन्म हो जाए। ( हर छोटा बदलाव बडी कामयाबी का हिस्सा होता है।)

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Comments

Priti Waghela

4 year ago

Thank you Gurushala??

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