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आगमन विधि उस विधि को कहते हैं जिसमें विशेष तथ्यों तथाघटनाओं के निरीक्षण तथा विश्लेषण द्वारा सामान्य नियमों अथवासिद्धान्तों का निर्माण किया जाता हैं। शिक्षण के निगमन विधि उस विधि को कहते हैं जिसमें सामान्य से विशिष्ट अथवा सामान्य नियम से विशिष्ट उदाहरण की ओर बढ़ा जाता है l इस प्रकार निगमन विधि आगमन विधि के बिल्कुल विपरीत है l इस विधि का प्रयोग करते समय शिक्षक बालकों के सामने पहले किसी सामान्य नियम को प्रस्तुत करता हैl तत्पश्चात उस नियम की सत्यता को प्रमाणित करने के लिए विभिन्न उदाहरणों का प्रयोग करता हैl
आगमन विधि उस विधि को कहते हैं जिसमें विशेष तथ्यों तथाघटनाओं के निरीक्षण तथा विश्लेषण द्वारा सामान्य नियमों अथवासिद्धान्तों का निर्माण किया जाता हैं। शिक्षण के निगमन विधि उस विधि को कहते हैं जिसमें सामान्य से विशिष्ट अथवा सामान्य नियम...
आगमन विधि कक्षा शिक्षण की महत्वपूर्ण विधि है। इस विधि में विषयवस्तु के प्रस्तुतीकरण के दौरान सबसे पहले उदाहरण दिए जाते हैं आगमन विधि को प्राय: थकान वाली शिक्षण विधि माना जाता है क्योंकि इसमें शिक्षण प्रक्रिया काफी लम्बी होती है। निगमन विधि निगमन विधि को विज्ञान व गणित शिक्षण के लिए उपयोगी माना जाता है लेकिन कुछ विद्वान मानते हैं इस शिक्षण की इस विधि में विद्यार्थी रटने की प्रवृत्ति को ओर बढने लगते हैं जो शिक्षण अधिगम की गति को धीमी करता है।
आगमन विधि को आमतौर पर "संक्रमण वेक्टर" और "संक्रमण चैनल" के समानार्थक शब्द के समान माना जाता है, क्योंकि दोनों का उल्लेख है कि कंप्यूटर सिस्टम से किसी विशेष मैलवेयर को कैसे प्राप्त किया जाता है। निगमन। वह विधि जिसके द्वारा किसी व्यक्ति को निगम नामक कृत्रिम, अमूर्त और कानूनी व्यक्ति के निर्माण के माध्यम से स्वेच्छा से एक नई इकाई में एकजुट किया जाता है।