Study Spot
Customized learning paths based on interests
संस्कार और परवरिश में ज्यादा अंतर नहीं है। संस्कार घर के बड़े- बुजुर्गों द्वारा बचपन से ही बच्चों को दिया जाता है। जिससे बच्चों में बड़े छोटो के प्रति व्यवहार को सिखाया जाता है। जिससे वह अच्छा इंसान बनता है। बच्चों को अच्छा संस्कार मिलतेंं हैं, तो वह बहुत उन्नति करता हैं।
शिक्षा में छात्र syllabus जैसे भाषा, गणित, शास्र आदी विषय limited time में,( school, class, home )सिखते हैं. परव रिश में सब khana, pina, उठना, बैठना, बोलना, इनके सही तरिके, overall जीवन अच्छा बितानेके संस्कार किये जाते हैं.
Achi parvarish aur achi shiksha dono bhi ek saman hai Agar hum parvarish bachho ki achi krenge tho shiksha bhi achi hi milegi...
संस्कार और परवरिश में ज्यादा अंतर नहीं है। संस्कार घर के बड़े- बुजुर्गों द्वारा बचपन से ही बच्चों को दिया जाता है। जिससे बच्चों में बड़े छोटो के प्रति व्यवहार को सिखाया जाता है।
परवरिश करना मतलब शारिरीक रुप से बधने पे ध्यान देना जैसे खाणा,पिना,रहन सहन, आरोग्य आदी. शिक्षा मतलब जिवन जीने के लिये सक्षम बनाना. अच्छे बुरे की समज करना. बौध्दीक विकास करना.