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कक्षा में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए ये कुछ उपाय आप आजमा सकते है – 1. बच्चो को समय समय पर उत्साहित करे की कैसे शिक्षा एक अच्छा जीवन जीने में मदद करती है। 2. बच्चो के माता पिता को शिक्षा के महत्व को बता कर मनाये की उन्हें अपने बच्चो को हर रोज स्कूल भेजना चाहिए। 3. भिन्न- भिन्न कार्यक्रम स्कूल में आयोजित करवाए, जहां बच्चे कुछ सीखे भी और उन्हें मजा भी आये। 4. कुछ अच्छे और महान लोगो की कहानियां बच्चो को बताएं जोकि उनके दिलो को छू जाये और वो भी हर रोज स्कूल आना चाहे और पढ़ना चाहे। 5. बच्चो के कौशल को पहचाने और उसकी ताकत का सही दिशा में इस्तेमाल करे। 6. स्कूल में किताबो सें पढ़ाई के साथ- साथ उन्हें कुछ हाथ के कौशल भी सिखने का अवसर प्रदान करें जैसे की पौधे लगाना , कागज और गत्तों से कुछ नया बनाना इत्यादि। इसके अलावा आपको यह जानने जरूरी है की उनका स्कूल नहीं आने का मुख्य काऱण क्या है। वह आपको मदद करेगा की आप कैसे अब इस समस्या के लिए अलग अलग कदम उठा सकते है। इसके अलावा अगर हो सके तो आप अपने साथी अध्यापको सें इस समस्या के समाधान के लिए बातचीत करे और उनके साथ मिलकर इसे हल करने की कोशिश करें।
ऐसी परिस्थिति में यह जानना बहुत ही आवश्यक है कि बच्चे का विद्यालय न आने का प्रमुख कारण क्या है | ऐसा भी हो सकता हैं कि विद्यालय के अंदर ही उसे कुछ समस्या हैं या वातावरण ऐसा बना हुआ है जिसकी वजह से बच्चा स्कूल नहीं आ रहा है | घर की परिस्थिति के साथ साथ स्कूल में उस बच्चे के साथ क्या बीत रही है यह जानने की कोशिश करे | और हो सके तो स्कुल में उसके सहपाठी मित्र से बातचीत करे |
छात्र के नियमित रूप से विद्यालय न आने का कारण जानना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। विद्यालय आने के लिए उसे प्रेरित करने के लिए आपके द्वारा लिया कदम क्या और कैसा होना चाहिए ये जानना भी अधिक महत्वपूर्ण है।
मुझे ऐसा लगता है हर बचे की छह अलग होती है , मेरे क्लास में कुछ बचे सिर्फ मिड डे मील के कारन आते है, और कुछ बचे स्मार्ट क्लास के लिए ! यह जानना ज़रूरी है की ऐसा क्या है जो स्कूल उस बच्चे या बच्चे के परिवार को लुभा सकती है , शुरुवात वहीँ से होगा! यह भी हो सकता है की फीस भी प्रॉब्लम हो सकती है क्यूंकि उनकी आर्थिक स्तिथि सही नहीं होगा , यह जानना की ज़रूरत और उसके हिसाब से बच्चे के सात काम करने की ज़रूरत है !
हर छात्र की अपने परिवार या अपने व्यक्तित्व के अनुसार अलग समस्या होती है । अतः माता पिता से सम्पर्क कर सबसे पहले छात्र की अनुपस्थित का कारण जानना होगा और फिर उसके अनुसार ही एक्शन लेना होगा । यदि छात्र खुद ही विद्यालय आना पसन्द नहीं करता है ,तो उसको प्रेरित करने के लिए उसको उसकी रुचि और सुविधा अनुसार किसी खेल आदि में पुरस्कृत या तारीफ करते हुए निरन्तर विद्यालय आने की आदत डालना और फिर धीरे से पढ़ाई की तरफ मोड़ना बेहतर होगा ।