Courses
Grow skills with quality courses
एक छात्र और शिक्षक के बीच का संबंध कई स्तरों पर व्यक्तिगत होता है और यह संदर्भ, संबंध की अवधि और कई और पहलुओं पर निर्भर करता है। हालांकि, कुछ निश्चित सत्य हैं जो सभी रिश्तों को नियंत्रित करते हैं। जैसा कि मैं समझता हूं, किसी छात्र और शिक्षक के बीच किसी भी रिश्ते का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि उनके रिश्ते में बराबरी होनी चाहिए। हमारी शिक्षा प्रणाली में आमतौर पर छात्र की भूमिका ज्ञान प्राप्त करने तक सिमित होती है। लेकिन, 21वीं सदी में हमारे चारों ओर उपलब्ध जानकारी और आज के छात्रों के प्रौद्योगिकी के साथ अधिक सहज होने के कारण, यह रिश्ता एक महत्वपूर्ण परिवर्तन से गुजर रहा है। यह आवश्यक है कि हम छात्रों को प्रश्न पूछने के लिए समान स्थान दें, छात्रों की सोच का सम्मान करना, और सीखने-सीखने के कार्य को दो-तरफ़ा प्रक्रिया बनाना। आज आवश्यक है की हम छात्रों को यह तय करने में सहभागी बनाये कि क्या सीखना है, कैसे सीखना है, और कैसे मूल्यांकन करना है आदि। संक्षेप में, एक छात्र और शिक्षक के रिश्ते में बराबरी होना उन्हें आगे आने वाली स्तिथियों के लिए आत्मविश्वासी, आत्म-विचारशील और आत्मनिर्भर बनने में सहायता करता है।