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Grow skills with quality courses
आज के शिक्षक व विद्यार्थी भारतीय संस्कृति , सदाचार एवं नैतिक समाज के लिए ऐसे छात्र तैयार कर सकता है जो कि इस प्रकार की किस प्रकार अनुषासनप्रिय , दयाशील तथा योग्य बना सकता है। ग्लोवर नेतृत्व को प्रबन्ध का वह महत्वपूर्ण पक्ष मानते है।
विविध प्रकार की गतिविधियों, संसाधनों और उपलब्ध समय का उपयोग ... इस संबंध में स्कूलों और शिक्षकों की बहुत महत्वपूर्ण ... ध्यान देनाः प्रभावी शिक्षक चौकस, सचेतन और संवेदी होते हैं; ... है कि हर छात्र के सीखने में किस सर्वोत्तम ढंग से मदद करें।
शिक्षक छात्र सम्बन्ध इस प्रकार है जैसे दिए में तेल और बाती के संयोग से दिया जलता है। किन्तु अगर तेल में मिलावट हो या तेल और बाती पानी से भीग जाएं, तो जो विस्फोटन होता रहता है , वो ही शिक्षक छात्र सम्बन्ध है। अतः मेरे विचार से शिक्षक छात्र के सम्बंध में मिलावट नहीं होनी चाहिए। वो मिलावट क्या हो सकती है, आप और हम समझ सकते हैं। कमेंट भी कर सकते हैं।